ओपन टेण्डर (Open Tender):
सर्वाधिक खुले और यथा सम्भव सार्वजनिक ढंग से सार्वजनिक विज्ञापन द्वारा टेण्डर आमंत्रित करने की इस पद्धति का सामान्य रूप से प्रयोग किया जाना चाहिए और उसे सभी मामलों में अपनाया जाना चाहिए। अपवाद स्वरूप परिस्थितियों को छोड़कर वर्तमान में ऐसी सभी मदें, जिनका अनुमानित लागत मूल्य रु. 10 लाख से अधिक हो, उनकी खरीद के लिए ओपन / एडवर्टाइज्ड टेण्डर आमंत्रित किए जाते हैं।
चूँकि, जब सार्वजनिक विज्ञापन द्वारा निविदाएँ आमंत्रित की जाती है तो निविदा प्रपत्र उन्हीं व्यावसायिक संस्थाओं को ही नहीं दिए जाने चाहिए जो केवल अनुमोदित ठेकेदारों की सूची (List of Approved Contractors) में शामिल हों, बल्कि जो व्यावसायिक संस्थाएँ सूची में न हों, उन्हें पूछताछ करने पर यह सूचना दी जानी चाहिए कि, निर्धारित शुल्क का भुगतान करने पर विज्ञापित आवश्यकताओं के लिए निविदाएँ (Tenders) दे सकती हैं। जो संस्थाएँ अनुमोदित ठेकेदारों की सूची में नहीं हैं, उन्हें निविदा प्रलेखों (ender Documents) के साथ प्राप्त निर्धारित प्रपत्र में, अपनी दरों के साथ-साथ निम्नलिखित विवरण देने होंगे
(अ) इनकम टैक्स क्लीयरेन्स सर्टीफिकेट,
(ब) अपने बैंकों के नाम और पूरा पता,
(स) क्रय किये जाने वाले भण्डार के समान भण्डार की आपूर्ति करने के सम्बन्ध में उनके पूर्व कार्य-कलाप के विवरण,
(द) भण्डारों के विनिर्माण (Manufacture) और साथ में उनकी गुणवत्ता (Quality) की जाँच के लिए उनके पास उपलब्ध उपकरण, और
(य) अपने यहाँ नियुक्त तकनीकी कर्मचारियों का विवरण ।
जब कोई संतोषप्रद निविदा किसी अनजान व्यावसायिक संगठन द्वारा प्राप्त हुई हो तो, उसे कोई आदेश देने से पूर्व यह सुनिश्चित करने के लिए आवश्यक कदम उठाए जाने चाहिए कि क्या सम्बन्धित व्यावसायिक संस्था उचित तरीके से अनुबन्ध को कार्यान्वित करने में सक्षम हैं। यदि जाँच का परिणाम संतोषप्रद हो तो पूरा आपूर्ति आदेश या उसका अंश (Portion) उस संस्था को दिया जा सकता है। यदि सम्बन्धित संस्था द्वारा पूरे या आंशिक आदेश का पालन संतोषजनक ढंग से किया जाता है तो उस संस्था का नाम अनुमोदित ठेकेदारों की सूची में सम्मिलित किया जाना चाहिए। इसके विपरीत यदि जाँच का परिणाम सन्तोषप्रद नहीं होता, जिसके फलस्वरूप उस व्यावसायिक संस्था को कोई आदेश नहीं दिया जाता तो जाँच के परिणाम को निश्चित रूप से अंकित किया जाना चाहिए।